कविता = ( यह दुनियाँ है बाज़ार )
🌟 कविता = ( यह दुनियाँ है बाज़ार )
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
यहाँ बाप बड़ा न भईया !
यहाँ सबसे बड़ा रूपइया !!
बस पैसे की भाषा !
जाने यह संसार !!
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
यहाँ पैसा ही सब कुछ !
यहाँ पैसा ही भगवान !!
यहाँ आहें भी बेकार !
यहाँ आँसू भी बेकार !!
इस पैसे के आगे !
ममता गई है हार !!
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
अंधी दौड़ में दौड़ रहा !
यहाँ देखो संसार !!
यहाँ ख़ालिस कुछ नहीं !
सब नक़ली है सामान !!
दिखावे की राह चली !
देखो भीड़ अपार !!
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
इच्छाओं का क़द बड़ा !
रोग हुआ विकराल !!
इच्छाओं की दरार पड़ी !
टूटे घर परिवार !!
रिश्तों की मत बात करो !
यहाँ रिश्ते भी व्यापार !!
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
इच्छाएँ जब-जब बड़ी !
हुआ घोर विनाश !!
कुरुक्षेत्र तक ले आई !
यह इच्छाओं की प्यास !!
फिर से वही विनाश !
इच्छाएँ बैठी द्वार !!
यह दुनियाँ है बाज़ार !
यह दुनियाँ है बाज़ार !!
विपिन बंसल
Milind salve
01-Aug-2023 07:46 AM
V nice
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
31-Jul-2023 07:35 AM
बहुत ही सुंदर और बेहतरीन अभिव्यक्ति
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Gunjan Kamal
31-Jul-2023 05:46 AM
👌👏
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